- 179 Posts
- 948 Comments
बस्ती में एक खुशियों की लहर सी दौड़ पड़ी अब फिर से उनके घरों में चूल्हे जलने लगेंगे अब खच्चरों को भूखा न मरना पड़ेगा कालवा फिर राहजनी शुरू कर देगा बस्ती के मजदूरों को फिर काम मिलने लगेगा मालिक फिर दयालु बनकर दिवाली में इनाम देंगे हर व्यक्ति को भ्रष्टाचार में जीने की इतनी आदत सी हो गयी थी की इस दौरान दम सा घुटने लगा था
अब फिर खुशियाँ लौट आयेंगे अब मासूम बच्चे भी रोटी के लिए मजदूरी कर सकेंगे ज्यादा से ज्यादा क्या बुरा होगा एक अवैध खनन के कारण एक प्राकृतिक आपदा ही तो झेलनी पड़ेगी केदारनाथ जैसी पर आज तो रोटी नसीब होगी अवैध खनन फिर चालू होगा आज उसके तबादले का नोटिस आ गया है उसने एक दिन जाना ही था ईमानदार जो था
पर यह क्या आशा के बिलकुल विपरीत, सुना है बस्ती वाले उसके तबादले के विरोध में ज्ञापन देने गए हैं कलवा राहजनी छोड़ रिक्शा चलाने लगा है मजदूर बच्चे पाठशाला जाने लगे हैं लोग अन्य दुसरे कामों में लग गए हैं कहते हैं अब यहाँ दुसरे केदारनाथ जैसी स्थिति बनाकर नयी पीडी को बर्बाद नहीं होने देंगे सभी उस दरोगा के चरण छूकर आये हैं कह रहे थे ढूढने से भगवान भी मिलता है पर इस देश में ऐसा ईमानदार व्यक्ति मिलना मुश्किल है
Read Comments